हनुमान जयंती पर महालक्ष्मी योग के साथ ब्रह्मांडीय  ऊर्जा का लाभ उठाएं!

हनुमान जयंती के इस महान अवसर पर साधना और पूजा करना अत्यंत शुभ होता है। 

हनुमान जी को चोला और सिंदूर के साथ पान का बीड़ा अर्पित करें.

हनुमान जयंती पर महालक्ष्मी योग ब्रह्म मुहूर्त से शाम तक 11 बार सुंदरकांड का पाठ करें

लाल या पीले रंग का कपड़ा, कलावा, फूल, धूप, अगरबत्ती, और दीया अर्पित क

बजरंगबली का प्रिय भोग गुड़-चना पूजा में शामिल करें. बूंदी के लड्‌डू भी अर्पित कर

हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हर मंगलवार को चमेली के तेल का दीपक  जलाएं.

घर में रामायण पाठ करें.

आरती के बाद ज़रूरतमंदों को यथाशक्ति दान दें.

हनुमान जी के कुछ सिद्ध मंत्र ये हैं: भय नाश के लिए - हारिणे वज्र देहाय चोलंग्घितमहाव्यये ऐश्वर्य प्राप्ति के लिए - पूर्वाभिमुख हो जप करें