Site icon RadhesGnews

Sanjivani Food For Health;हमारे ऋषि मुनियो द्वारा आयर्वेद के अनुसार बनाये गए 12 महीनो के 12 आहार नियम जो हमें निरोगी बनाते हे

By : Sunil Kumar Soni Rewada, Time: 11:50 Am, Update: 18/07/2024

हमारे ऋषि मुनियो द्वारा आयर्वेद के अनुसार बनाये गए 12 महीनो के 12 Sanjivani Food नियम जो हमें निरोगी बनाते हे,हर महीने में हमें अपने स्वास्थ्य के अनुकूल आहार ग्रहण करना चाइये जिससे हमारे शरीर को तंदरुस्त और निरोग बनाने के लिए जरुरी हे,जिसके बेनेफिटिस हमारे ऋषियो और मुनियो द्वारा बताये गए हे,

Sanjivani Food
Sanjivani Food

 

Sanjivani Food नियम भारतीय 12 हिंदी महीनों के अनुसार जो हमारे शरीर को  हषट-पुष्ट बनाने में और निरोगी रखने में मदद करते हे,

चैत्र ( मार्च-अप्रैल) – इस महीने में गुड का सेवन करे क्योकि गुड आपके रक्त संचार और रक्त को शुद्ध करता है एवं कई बीमारियों से भी बचाता है। चैत्र के महीने में नित्य नीम की 4 – 5 कोमल पतियों का उपयोग भी करना चाहिए इससे आप इस महीने के सभी दोषों से बच सकते है। नीम की पतियों को चबाने से शरीर में स्थित दोष शरीर से हटते है।

वैशाख (अप्रैल – मई)– वैशाख महीने में गर्मी की शुरुआत हो जाती है। बेल पत्र का इस्तेमाल इस महीने में अवश्य करना चाहिए जो आपको स्वस्थ रखेगा। वैशाख के महीने में तेल का उपयोग बिल्कुल न करे क्योकि इससे आपका शरीर अस्वस्थ हो सकता है।

ज्येष्ठ (मई-जून) – भारत में इस महीने में सबसे अधिक गर्मी होती है। ज्येष्ठ के महीने में दोपहर में सोना स्वास्थ्य वर्द्धक होता है , ठंडी छाछ , लस्सी, ज्यूस और अधिक से अधिक पानी का सेवन करें। बासी खाना, गरिष्ठ भोजन एवं गर्म चीजो का सेवन न करे। इनके प्रयोग से आपका शरीर रोग ग्रस्त हो सकता है।

आषाढ़ (जून-जुलाई) – आषाढ़ के महीने में आम , पुराने गेंहू, सत्तु , जौ, भात, खीर, ठन्डे पदार्थ , ककड़ी, पलवल, करेला, बथुआ आदि का उपयोग करे व आषाढ़ के महीने में भी गर्म प्रकृति की चीजों का प्रयोग करना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है।

Sanjivani Food
Sanjivani food

 

यह भी पढ़े :Benefits Of Jamun: जामुन की लकड़ी के अद्भुत लाभ,जानिए इसके औषधीय गुण

श्रावण (जूलाई-अगस्त) –श्रावण के महीने में हरड का इस्तेमाल करना चाहिए। श्रावण में हरी सब्जियों का त्याग करे एव दूध का इस्तेमाल भी कम करे। भोजन की मात्रा भी कम ले – पुराने चावल, पुराने गेंहू, खिचड़ी, दही एवं हलके सुपाच्य भोजन को अपनाएं।

भाद्रपद (अगस्त-सितम्बर) – इस महीने में हलके सुपाच्य भोजन का इस्तेमाल कर वर्षा का मौसम् होने के कारण आपकी जठराग्नि भी मंद होती है इसलिए भोजन सुपाच्य ग्रहण करे। इस महीने में चिता औषधि का सेवन करना चाहिए। तिल का सेवन करना मना हे |

आश्विन (सितम्बर-अक्टूबर) – इस महीने में दूध , घी, गुड़ , नारियल, मुन्नका, गोभी आदि का सेवन कर सकते है। ये गरिष्ठ भोजन है लेकिन फिर भी इस महीने में पच जाते है क्योकि इस महीने में हमारी जठराग्नि तेज होती है। करेले का सेवन मना हे|

यह भी पढ़े :जामुन(Jamun Fruit)के अद्भुत फायदे: स्वस्थ जीवन के लिए प्राकृतिक वरदान(Health Benefits)

कार्तिक (अक्टूबर-नवम्बर) –कार्तिक महीने में गरम दूध, गुड, घी, शक्कर, मुली आदि का उपयोग करे। ठंडे पेय पदार्थो का प्रयोग छोड़ दे। छाछ, लस्सी, ठंडा दही, ठंडा फ्रूट ज्यूस आदि का सेवन न करे , इनसे आपके स्वास्थ्य को हानि हो सकती है।

मार्गशीर्ष (नवम्बर-दिसम्बर) – मार्गशीर्ष इसे अगहन भी कहा जाता हे,इस महीने में ठंडी और अधिक गरम वस्तुओ का प्रयोग न करे। इसके साथ – साथ जीरे का प्रयोग भी नहीं करना चाइये |

पौष (दिसम्बर-जनवरी) – इस ऋतू में दूध, खोया एवं खोये से बने पदार्थ, गौंद के लाडू, गुड़, तिल, घी, आलू, आंवला आदि का प्रयोग करे, ये पदार्थ आपके शरीर को स्वास्थ्य देंगे। ठन्डे पदार्थ, पुराना अन्न, मोठ, कटु और रुक्ष भोजन का उपयोग न करे।

माघ (जनवरी-फ़रवरी) – इस महीने में भी आप गरम और गरिष्ठ भोजन का इस्तेमाल कर सकते है। घी, नए अन्न, गौंद के लड्डू आदि का प्रयोग कर सकते है, मिश्री मूली खाना निषेध हे |

फाल्गुन (फरवरी-मार्च) –इस महीने में गुड का उपयोग करे। सुबह के समय योग एवं स्नान का नियम बना ले। चने का उपयोग न करे।

यह भी पढ़े :

Lava Blaze X 5G कीमत और स्पेसिफिकेशन: 10 जुलाई को लांच टीज में क्या हुआ ? खुलासा जाने दमदार फीचर्स

यह भी पढ़े :

VENUS Rashi Parivartan : जुलाई 2024 में कब होगा Shukra Gochar चन्द्रमा की राशि में जानिए ?

यह भी पढ़े :

TATA CURVV EV 1 दमदार SUV प्राइस लांच डेट फोटो ,फीचर्स :क्या आप जानते टाटा मोटर्स इलेक्ट्रिक सेगमेंट में अपना कदम बढ़ा रहा हे ?

Exit mobile version